Odisha News: ओडिशा की राजनीति में भूचाल: भाजपा के 20 नेताओं ने एक साथ दिया इस्तीफा, कहा- झूठे वादे करती है पार्टी
ओडिशा में राजनीति में कुछ ऐसा हो गया जिसकी कल्पना भी निकट भविष्य में किसी ने नहीं की होगी। मलकानगिरी में एक साथ बीस भाजपा नेताओं ने इस्तीफा दे दिया। इन्होंने अपना इस्तीफा ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल को सौंप दिया है। उनका कहना है कि भाजपा के साथ रहकर वे आम लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे हैं। पार्टी झूठे वादे करती है।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 11 Oct 2023 11:50 AM (IST)
संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। मलकानगिरी जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इकाई मंगलवार को उस समय संकट में पड़ गई, जब अग्रिम पंक्ति के 20 नेताओं ने एक साथ इस्तीफा दे दिया। लोकेशन एक्सेसिबल मल्टीमॉडल इनिशिएटिव (लैक्मि) योजना के तहत बस सेवा के उद्घाटन के लिए 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की यात्रा से ठीक पहले सामूहिक इस्तीफे का यह घटनाक्रम चर्चा में है।
नेताओं के बीजद में शामिल होने की उम्मीद
उम्मीद है कि इन 20 नेताओं में से अधिकांश बीजद के पाले में चले जायेंगे। बात दें कि राज्य सरकार द्वारा नया 3,178 करोड़ रुपये का सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क कार्यक्रम लोकेशन एक्सेसिबल मल्टी-मॉडल इनिशिएटिव (लैक्मि) योजना शुरू की गई है।इसका उद्देश्य ग्राम पंचायतों और राज्य की राजधानी के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाना है। इसके कार्यान्वयन पर आपत्तियां जताने वाले राज्य में निजी बस ऑपरेटरों के साथ विवाद छिड़ गया है, लेकिन मलकानगिरी के भाजपा नेताओं ने नवीन पटनायक के इस निर्णय का स्वागत किया है।
ये हैं इस्तीफा देने वाले नेता
भाजपा से इस्तीफा देने वाले नेता हैं चित्रसेन स्वाईं (इकाई उपाध्यक्ष), बिजय कृष्ण दास (बालिमेला शहर उपाध्यक्ष), सीमांचल प्रधान (महासचिव), त्रिनाथ साहू (अध्यक्ष, भाजपा कृषक मोर्चा), पूर्ण चंद्र चालन (अध्यक्ष, एसटी मोर्चा) और सामान्य निकाय के सदस्य पूर्ण चंद्र बिस्वाल, पुरूषोत्तम मुदुली, रमेश कुमार जानी, सुदर्शन डाकुआ, साई कुमार पात्रा, आशु कंजेरिया, राम खारा, सोनू नाग, सुरेंद्र सोढ़ी, अमूल्य माछा, उत्कल चरण मुदुली, कुनु पांगी, बलराम स्वाईं, रंजीत बेहरा और राहुल बाग।
भाजपा पर लगाया झूठे वादों का आरोप
भाजपा छोड़ने वाले नेताओं ने अपना इस्तीफा ओडिशा इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल को भेज दिया है। सामूहिक इस्तीफे के पीछे का कारण बताते हुए बिजय कृष्ण ने उल्लेख किया कि 13 साल से अधिक समय तक भाजपा के साथ रहने के बावजूद वे आम लोगों की मदद करने में विफल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के झूठे वादों के कारण लोग पार्टी से दूर हो रहे हैं।यह भी पढ़ें: ससुराल की चौखट पर दो दिनों से धरने पर बैठी पिंकी, नहीं मिल रही एंट्री, लव मैरिज करने की मिल रही सजा
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